Wednesday, September 26, 2018

गणेशजी की प्रतिमाओं को जेसीबी से टुकड़े-टुकड़े किया गया

दस दिनों तक विधि-विधान से पूजा करने के बाद रविवार को यहां के कृत्रिम तालाबों और साबरमती नदी में गणेश विसर्जन किया गया। विसर्जन के बाद जिस प्रकार भगवान गणेश की मूर्तियों की दुर्दशा दिखाई दी, इससे यही लगता है कि मूर्तियां स्थापित कर घर में  विसर्जित की गईं होती, तो यह स्थिति नहीं होती। कई जगह गणेश की मूर्तियों को जेसीबी और क्रेन से तोड़ा गया। सोमवार को डंपरों ने शहर के 184 फेरे लगा कर 527 टन मूर्तियों को डपिंग ग्राउंड में डाला।

लोगों का जागरूक होना जरूरी: एक जेसीबी ड्राइवर ने बताया कि हमारी भावनाएं भी आहत होती हैं, लोग घर में विसर्जन नहीं करते हैं। इससे हमारा काम बढ़ जाता है। शहर से कचरा हटाने का काम पूरी तरह से ठप हो जाता है। लोगों को समझना होगा। मूर्तियों को इस प्रकार डंपर में भरकर डंपिंग साइट पर डालना हमें भी अच्छा नहीं लगता है, पर क्या करें? यह तो नौकरी है।

जिम्मेदारों पर उचित कार्रवाई करेंगे: अहमदाबाद की महापौर बीजल पटेल ने कहा कि मुझे नहीं पता किसके निर्देश पर ऐसा हुआ है। हां, मैं स्वीकार करती हूं कि ऐसा नहीं होना चाहिए। मुद्दा श्रद्धा का है। इसलिए धार्मिक भावनाओं का आहत होना स्वाभाविक है। हम जांच कर जिम्मेदारों पर उचित कार्रवाई करेंगे।

प्रतिमाओं को डुबो कर सीधे बाहर निकाला जा रहा था:  रायखड निवासी चेतन प्रजापति ने बताया कि रविवार रात 10:30 बजे के लगभग हम विसर्जन के लिए साबरमती नदी पहुंचे। जहां हमें बताया गया कि नदी में पीओपी की प्रतिमाओं के विसर्जन पर रोक है। हमने प्रतिमा को किनारे पर रख दिया। हमने देखा बड़ी-बड़ी क्रेन की मदद से प्रतिमाओं को कुंड में डुबो कर तुरंत ही बाहर निकाल लिया जा रहा है और किनारे पर रखा जा रहा है। जब लोग भारी तादाद में प्रतिमाओं को लेकर आए तो फिर उन्हें सीधे ही किनारे पर रखा गया। रात 11:30 बजे हम घर लौटे आए। देर रात एक मित्र ने फोन पर बताया कि जो मूर्तियां नदी किनारे रखी जा रही हैं, उन्हें जेसीबी और बुलडोजर से तोड़ा जा रहा है।

भास्कर का अभियान: दैनिक भास्कर समूह गणेश उत्सव पर हर साल 'मिट्टी के गणेश-घर में ही विसर्जन' अभियान चलाता है। इसका मूल उद्देश्य यही है कि हम अपने तालाब और नदियों को प्रदूषित होने से बचा सकें। इसलिए आप घर या कॉलोनी में कुंड बनाकर विसर्जन करें और उस पवित्र मिट्टी में एक पौधा लगा दें। इससे न सिर्फ ईश्वर का आशीर्वाद, बल्कि उनकी याद भी साल दर साल घर-आंगन में महकती रहेगी। यह पौधा बड़ा होकर पर्यावरण में योगदान देगा। साथ ही घर में नई समृद्ध परंपरा का संचार होगा।

दैनिक भास्कर के अभियान से जुड़ते हुए कई लोगों ने घर में इस बार मिट्टी के गणेश की स्थापना की थी। हमारा मकसद यही था कि हानिकारिक पीओपी के बजाए लोग ईको फ्रेंडली तरीके से मिट्टी के गणेश की प्रतिमा को प्राथमिकता दें।
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग, बड़गाम और श्रीनगर जिले में आतंकियों के साथ तीन अलग-अलग मुठभेड़ हुई। गुरुवार सुबह इन इलाकों में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। पुलिस के मुताबिक, अनंतनाग के दूरु इलाके में एक आतंकी मारा गया। इस दौरान मुठभेड़ में एक जवान शहीद हुआ। तीनों जगहों पर कार्रवाई से पहले इंटरनेट सेवाएं रोकी गईं। इसके बाबजूद भीड़ ने सुरक्षाबलों पर पथराव किया।

आतंकियों के खिलाफ तलाशी अभियान जारी

  1. दूसरी मुठभेड़ श्रीनगर के पास नूरबाग इलाके में हुई। यहां घर में दो आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। दोनों ओर से फायरिंग के दौरान घर के मालिक की जान गई, जबकि आतंकी भागकर पास के जंगल में छिप गए।
  2. तीसरी मुठभेड़ बड़गाम के चंदूरा इलाके में जारी है। यहां तीन आतंकी मस्जिद में घुसे हैं। इसके बाद सुरक्षाबलों ने उन्हें बाहर निकालने के लिए समाज के बुजुर्गों से अपील करने को कहा है। मुठभेड़ के विरोध में भीड़ ने जवानों पर पथराव किया।
  3. सोपोर में कल लश्कर कमांडर ढेर हुआ

    बुधवार को सोपोर में लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर अबु माज समेत दो आतंकी मारे गए। माज पिछले साल फरवरी में सेना की टुकड़ी पर हुए हमले में शामिल था। इस हमले में मेजर सतीश दहिया शहीद हुए थे। मेजर दहिया सर्जिकल स्ट्राइक का हिस्सा रहे थे।

Monday, September 10, 2018

प्रेस रिव्यू: भारतीय सेना में हो सकती है डेढ़ लाख नौकरियों की कटौती

में दी गई ख़बर के मुताबिक भारतीय सेना अगले चार से पांच सालों में 1, , नौकरियों में कटौती कर सकती है.
थल सेना में बड़े स्तर पर की गई एक समीक्षा के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंचा गया है कि सेना को अपना प्रभाव बढ़ाने और भविष्य की लड़ाइयों के लिए तैयारी करनी चाहिए.
इस फ़ैसले की जानकारी रखने वाले दो अधिकारियों ने ये बात कही. इस समीक्षा के आदेश 21 जून को दिए गए थे.
सैन्य सचिव लेफ्टिनेंट जनरल जेएस संधु की अध्यक्षता में 11 सदस्यों के पैनल ने ये समीक्षा की है.भी तक व्हाट्सऐप से तलाक देने के मामले सामने आते थे, लेकिन एक मामले में जज ने आदेश ही व्हाट्सऐप कॉल के ज़रिए दे दिया.
इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के अनुसार झारखंड में हज़ारीबाग की एक अदालत के जज ने व्हाट्सऐप कॉल के ज़रिए आदेश दे दिया.
इस जज ने आरोप तय करते हुए कॉल के ज़रिए ही अभियुक्तों को मुकदमे का सामना करने का आदेश दिया. फिर जब ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो शीर्ष अदालत ने इस तरह फ़ैसला देने पर नाराज़गी जताई और कहा कि ऐसे मज़ाक को अदालत में मंज़ूरी कैसे दी गई.
ये मामला 2016 के दंगों से जुड़ा है और पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनकी पत्नी निर्मला इसमें अभियुक्त हैं. में दी गई एक ख़बर में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा है कि घृणा फैलाने और भीड़ की हिंसा जैसे मामलों में शामिल लोग ख़ुद को राष्ट्रवादी नहीं कह सकते.
उन्होंने ये भी कहा कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए सिर्फ़ क़ानून ही पर्याप्त नहीं है बल्कि सामाजिक व्यवहार में बदलाव लाना भी ज़रूरी है.
इस मसले के राजनीतिकरण पर नाराज़गी जताते हुए वेंकैया नायडू ने कहा कि इसे राजनीतिक दलों से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.
वेंकैया नायडू ने एक साक्षात्कार के दौरान ये बातें कहीं. उन्होंने ये भी कहा कि' भीड़ की हिंसा का चलन कोई नया नहीं है. पहले भी ऐसी घटनाएं होती रही हैं. जब आप किसी दूसरे की हत्या करते हैं तो ख़ुद को राष्ट्रवादी कैसे कह सकते हैं?'की एक ख़बर में एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया है कि काम करने के बदले यौन संबंध की मांग करना या इसे स्वीकार करना भी रिश्वत माना जाएगा.
अधिकारी के मुताबिक संशोधित भ्रष्टाचार निरोधक क़ानून में रिश्वत की परिभाषा सिर्फ़ आर्थिक या धन के रूप में आकलन लायक संपत्ति तक सीमित नहीं रखी गई.
यौन संबंध की ऐसी मांग के मामले में सात साल जेल तक की सज़ा हो सकती है. में कठुआ रेप से जुड़ी ख़बर है. इसके मुताबिक जम्मू-कश्मीर के कठुआ में नाबालिग बच्ची से रेप और उसकी मौत के मामले में पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों ने कहा है कि लड़की का यौन उत्पीड़न हुआ था और उसकी मौत दम घुटने से हुई थी.
डॉक्टरों ने हाल ही में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत के सामने अपना बयान दर्ज कराया.
इस मामले में अदालत में अभी तक 54 लोग गवाही दे चुके हैं. ये मामला जनवरी का है जब कठुआ ज़िले के एक गांव में लड़की की कथित रूप से यौन उत्पीड़न के बाद हत्या कर दी गई थी.
भाजपा की दिल्ली में हुई दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विदाई भाषण के साथ एक तरह से 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों का शंखनाद कर दिया.
इसके साथ ही बीजेपी अब पूरी तरह से चुनाव अभियान के मूड में उतर जाएगी.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी से यह सीधा संदेश दे दिया गया कि पूरी तरह से कांग्रेस पर निशाना साधा जाएगा और राजनीतिक रणनीतियों के तौर पर चुनावों में आक्रामक रुख बरकरार रखा जाएगा.
इसका उदाहरण भी हमें इसी बैठक में देखने को मिला जब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस पर हमलावर रुख़ अख़्तियार करते हुए विशेष रूप से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और देश के वित्त मंत्री और गृह मंत्री रहे पी.चिंदबरम को निशाने पर लिया.
इस मामले में चिंदबरम को विशेष तौर पर इसलिए सामने रखा गया क्योंकि उनकी छवि एक अंग्रेज़ी बोलने वाले और सभ्रांत वर्ग से आने वाले व्यक्ति के रूप में है.
इस वर्ग को आमतौर पर मोदी के ख़िलाफ़ समझा जाता है. चिंदबरम की पृष्ठभूमि में ही अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा भी शामिल हो जाते हैं.
अमित शाह ने एकबार फिर साफ़ कर दिया कि उनकी पार्टी का ट्रंम्प कार्ड मोदी और उनका चमत्कारिक नेतृत्व है.
पार्टी के नेतृत्व में किसी तरह के बदलाव की क्षणिक आशंकाओं को भी उन्होंने अपने इस बयान के साथ दूर कर दिया.
कार्यकारिणी में यह भी साफ़ हो गया कि 2019 के चुनाव में बीजेपी के चाणक्य और रणनीतिकार अमित शाह ही रहेंगे. यह साफ़ संकेत है कि इन चुनावों में बीजेपी एक पूरी तरह से तैयार सेना के तौर पर उतरेगी जिसकी कमान मोदी और शाह संभालेंगे.
पिछले कुछ सालों में मोदी और शाह ने अपने नेतृत्व से पार्टी कैडर को अपनी अजेय छवि का साफ़ संदेश दिया है.
यही रणनीति थी जिसके दम पर नरेंद्र मोदी ने साल  से  तक गुजरात में राज किया.
दिल्ली में हुई बैठक के साथ अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को इस बात के लिए आश्वस्त किया कि वे विपक्ष की बातों में ना आएं और इतना यक़ीन रखें कि जीत उनकी ही होगी.
कार्यकारिणी के अंतिम दिन शाम को जब मोदी ने बैठक को संबोधित किया तो उन्होंने भी अपने भाषण से पार्टी के अजेय होने के संदेश को ही सबके सामने रखा.
'अजेय भारत और अटल बीजेपी' यह नारा बहुत-ही ध्यान रखकर गढ़ा गया है जिससे भारत में बीजेपी की पहचान को बताया जा सके.
यह नारा शाइनिंग इंडिया की तरह नहीं है जिसमें एक तरह का घमंड और अहंकार छिपा हुआ था. 'अजेय भारत और अटल बीजेपी' का नारा एक धर्मनिरपेक्ष नारा लगता है जिसमें राष्ट्रीयता का पुट भी छिपा हुआ है साथ ही संघ परिवार की विचारधारा भी देखने को मिलती है.

Wednesday, September 5, 2018

आज की पांच बड़ी ख़बरें: दिग्विजय ने बीजेपी को गिरफ़्तार करने की चुनौती दी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनके और माओवादियों के बीच किसी तरह के संबंध हैं, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाए.
सत्ताधारी बीजेपी ने उनपर माओवादियों के साथ साठ-गांठ होने के आरोप लगाए हैं.
मध्य प्रदेश के सतना में पत्रकारों से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, "अगर मैं दो दोषी हूं तो केंद्र और राज्य सरकार मुझे गिरफ्तार कर ले."
"पहले तो उन्होंने मुझे देशद्रोही कहा और अब माओवादी. अगर सच में ऐसा हो तो मुझे यही गिरफ्तार कर लिया जाए."
दिग्विजय सिंह ने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी को गुजरात मॉडल का उदाहरण बताया.
उन्होंने कहा, "उनपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मारने की साजिश रचने के आरोप हैं. ये वैसा ही गुजरात मॉडल है जहां फर्ज़ी एनकाउंटर हुए थे."
मंगलवार को बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर राजनीतिक फायदे के लिए देश की सुरक्षा से समझौता करने का आरोप लगाया था.स्टिस रंजन गोगोई सुप्रीम कोर्ट के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे. वे दीपक मिश्रा की जगह लेंगे जो दो अक्तूबर को रिटायर हो रहे हैं.
असम और पूरे पूर्वोत्तर से वे इस पद पर पहुँचने वाले पहले व्यक्ति होंगे.
मौजूदा मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने क़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को भेजी अपनी चिट्ठी में रंजन गोगोई को मुख्य न्यायाधीश बनाने की सिफ़ारिश की है.
माना जा रहा है कि जल्द ही राष्ट्रपति रामनाथ कोबिंद इस बारे में आदेश जारी करेंगे.
रंजन गोगोई सुप्रीम कोर्ट के 46वें मुख्य न्यायाधीश होंगे. वे तीन अक्तूबर को अपना कार्यभार संभालेंगे.प्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर मांग की गई है कि सुरक्षा जांच के बाद ईवीएम तक सिर्फ अधिकृत इंजीनियरों की ही पहुंच होनी चाहिए.
सर्वोच्च अदालत ने मंगलवार को ये याचिका स्वीकार कर ली. कोर्ट मामले पर दो सप्ताह बाद सुनवाई करेगा.
ये याचिका उत्तराखंड के एक स्थानीय पत्रकार आशीष गोयल ने दायर की है. आशीष ने ईवीएम तक पहुंच के लिए अधिकृत इंजीनियरों की सूची प्रकाशित करने और इसे चुनाव लड़ने वाले राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराने का निर्देश देने का अनुरोध किया है.
इस सूची को आयोग की वेबसाइट पर भी डालने के निर्देश देने अपील की गई है.
जस्टिस एके सीकरी और जस्टिस अशोक भूषण की पीठ ने हालांकि इस याचिका पर नोटिस जारी नहीं किया लेकिन याचिकाकर्ता से कहा गया है कि वह चुनाव आयोग के वकील को इसकी एक प्रति सौंपे.
पीठ ने इस याचिका को दो हफ्ते बाद सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर लिया है.
नोटबंदी को लेकर रिजर्व बैंक की हालिया रिपोर्ट पर चल रही बहस के बीच नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि समाज की सफाई के लिए नोटबंदी फिर करनी पड़े, तो करेंगे.
इसे साथ ही, नोटबंदी के चलते अर्थव्यवस्था में मंदी के मुद्दे पर कुमार ने कहा कि जीडीपी या आर्थिक वृद्धि में गिरावट इसलिए हो रही थी क्योंकि बैंकिंग क्षेत्र में एनपीए बढ़ रहे थे.
राजीव कुमार ने कहा कि नोटबंदी समाज की सफाई के लिए थी और अगर ज़रूरत पड़ी तो वो फिर नोटबंदी लाएंगे.
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के दौरान जब नॉन परफॉर्मिंग एसेट बढ़ रहे थे, तब तत्कालीन आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने नीतियों में बदलाव कर दिया और उसकी वजह से बैंकिंग क्षेत्र ने इंडस्ट्रीज़ को लोन देना बंद कर दिया.
मशहूर अमरीकी पत्रकार बॉब वुडवर्ड की नई किताब में दावा किया गया है कि डोनल्ड ट्रंप ने एक बार अमरीकी रक्षा मंत्रालय को सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद की हत्या के आदेश दिए थे.
वुडवर्ड की इस किताब में ट्रंप प्रशासन की कड़ी समीक्षा की गई है.
किताब में रक्षामंत्री जैम्स मैटिस के हवाले से कहा गया कि 2017 में सीरिया में हुए रासायनिक हमले के बाद ट्रंप ने असद को जान से मारने की मांग की थी.
हालांकि ट्रंप ने इस सारे दावों को झूठा बताया है और कहा है कि ये सारे बातें लोगों को बरगलाने के लिए लिखी गई हैं.

Sunday, September 2, 2018

राफेल vs रॉर्बट: फिर चुनावी मौसम में ही क्यों उछला वाड्रा का मुद्दा?

के लोकसभा चुनाव के लिए सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. कांग्रेस-बीजेपी दोनों दलों ने अपने-अपने राजनीतिक हथियार इस्तेमाल करने शुरू कर दिए हैं. कांग्रेस राफेल डील के जरिए मोदी सरकार को घेरने की कोशिशों में जुटी है. ऐसे में बीजेपी को सोनिया गांधी के दमाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ भूमि सौदे मामले में दर्ज हुई एफआईआर से एक बड़ा मुद्दा मिल गया है.
बता दें कि हरियाणा में हुड्डा सरकार के दौरान 2008 में गुरुग्राम के सेक्टर-83 में रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने 3.5 एकड़ जमीन को 7.5 करोड़ रुपए में खरीदा था. बाद में जिसे उन्होंने डीएलफ को 58 करोड़ रुपए में बेच दिया था. इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के खिलाफ एफआईआर हरियाणा में एफआईआर दर्ज की गई है.
कांग्रेस ने कहा कि चार राज्यों में विधानसभा चुनाव और अगले साल लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो मोदी सरकार प्रोपेगंडा फैलाने के लिए द्वेषपूर्ण कार्रवाई कर रही है. कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि यह राफेल
एक्टर-पॉलिटीशियन नंदमूरी हरिकृष्णा की दर्दनाक हादसे में हुई मौत से पूरी इंडस्ट्री गमगीन है. इस घटना को लेकर एक शर्मसार कर देने वाली घटनाचर्चा में है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस अस्पताल में नंदमूरी हरिकृष्णा को दुर्घना के बाद दाखि‍ल करवाया गया था उस अस्पताल के कुछ स्टाफ मेंबर्स ने उनकी लाश के साथ सेल्फी ली और फिर ये तस्वीर सोशल मीडया पर वायरल होने लगी.
जब नंदमूरी को हैदराबाद के एक अस्पताल ले जाया गया तब उनके दम तोड़ने के बाद डॉक्टर्स इमरजेंसी रूम से बाहर आ गए. इसके बाद इमरजेंसी रूम में डेड बॉडी से खून साफ करने के दौरान एक मेल नर्स ने बाकी तीन सहयोगियों के साथ नंदमूरी की लाश की सेल्फी ली. इसके बाद इस मेल नर्स ने ये सेल्फी अपने दोस्तों के साथ शेयर की. शेयर करने के बाद सेल्फी सोशल मीडिया पर आग की तरह वायरल हो गई.
डील और नोटबंटी 'घोटाले', डीजल और पेट्रोल के दामों में बढोतरी करके 12 लाख करोड़ की लूट, रुपए की गिरती कीमतों व असफल अर्थव्यवस्था से ध्यान बंटाने के लिए ऐसा किया जा रहा है.
उन्होंने बीजेपी सरकार पर राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ गलत और फर्जी मामलों के जरिए नए 'मनगढंत झूठ' पेश करने के आरोप लगाए.
बीजेपी नेता नलिन कोहली ने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा का बिजनेस मॉडल देश में किसी को समझ में नहीं आया है. कांग्रेस जरा यह बात समझा दे कि कोई व्यक्ति बिना पैसे लगाए किसी की जमीन लेता है और फिर उसी को वापस बेच देता है. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस कहती है कि इसमें कुछ गलत नहीं है, तो वो देश को बताए.
कांग्रेस का पूरा खेमा जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राफेल के मुद्दे पर लगातार घेर रहा है. इससे बीजेपी बैकफुट पर खड़ी नजर आ रही थी. ऐसे में रॉबर्ड वाड्रा पर एफआईआर दर्ज होने के बाद कांग्रेस बेचैन दिख रही है. जबकि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मानें तो कानून अपना काम कर रहा है, इसमें किसी भी तरह की कोई बदले की कार्रवाई नहीं है.
दिलचस्प बात ये है कि रॉबर्ट वाड्रा के जरिए बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में गांधी परिवार पर निशाना साधा था. अरविंद केजरीवाल ने भी उस समय इस मुद्दे को जमकर हवा दिया था.
2014 के चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा था, 'एक दसवीं कक्षा में पढ़ा हुआ नौजवान जिसकी जेब में 1 लाख रुपया था और तीन साल में 300 करोड़ रुपया हो गया. ऐसा जादूगर, मां-बेटे का ये मॉडल है. मां-बेटे का ये कारोबार है. 2 जी का तो सुना था, लेकिन अब जीजा जी का भी सुन लिया.
कांग्रेस के सवालों पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि जमीन घोटाले का आरोप पुराना भले ही है, लेकिन बीजेपी ने जिस तरह से इस मामले में तरकश के नए तीर का इस्तेमाल किया है. इसके पीछे कहीं न कहीं 2019 लोकसभा चुनाव प्रमुख माना जा रहा है.  ऐसे में राफेल बनाम रॉबर्ट मुद्दा इस चुनाव में प्रमुखता से नजर आएगा. इस शर्मनाक हरकत के बाद आरोपियों के खि‍लाफ पुलिस शि‍कायत दर्ज करवाई गई और अब उन चारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है.
इसी अस्पताल के डीजीएम श्रीधर रेड्डी इस घटना से बेहद दुखी हैं.  से हुई बातचीत में उन्होंने कहा, 'ये बेहद शर्मनाक घटना है. हमने नंदमूरी को बचाने की जि‍तनी भी कोशि‍श की उसे अस्पताल के आरोपी स्टाफ ने मिट्टी में मिला दिया. हमने करीब 2 घंटे तक सीपीआर देकर उन्हें बचाने की कोशि‍श की. शव को क्लीन के दौरान स्टाफ की शर्मनाक हरकत सामने आने के बाद हम सदमे में हैं.'