लोगों का जागरूक होना जरूरी: एक जेसीबी ड्राइवर ने बताया कि हमारी भावनाएं भी आहत होती हैं, लोग घर में विसर्जन नहीं करते हैं। इससे हमारा काम बढ़ जाता है। शहर से कचरा हटाने का काम पूरी तरह से ठप हो जाता है। लोगों को समझना होगा। मूर्तियों को इस प्रकार डंपर में भरकर डंपिंग साइट पर डालना हमें भी अच्छा नहीं लगता है, पर क्या करें? यह तो नौकरी है।
जिम्मेदारों पर उचित कार्रवाई करेंगे: अहमदाबाद की महापौर बीजल पटेल ने कहा कि मुझे नहीं पता किसके निर्देश पर ऐसा हुआ है। हां, मैं स्वीकार करती हूं कि ऐसा नहीं होना चाहिए। मुद्दा श्रद्धा का है। इसलिए धार्मिक भावनाओं का आहत होना स्वाभाविक है। हम जांच कर जिम्मेदारों पर उचित कार्रवाई करेंगे।
प्रतिमाओं को डुबो कर सीधे बाहर निकाला जा रहा था: रायखड निवासी चेतन प्रजापति ने बताया कि रविवार रात 10:30 बजे के लगभग हम विसर्जन के लिए साबरमती नदी पहुंचे। जहां हमें बताया गया कि नदी में पीओपी की प्रतिमाओं के विसर्जन पर रोक है। हमने प्रतिमा को किनारे पर रख दिया। हमने देखा बड़ी-बड़ी क्रेन की मदद से प्रतिमाओं को कुंड में डुबो कर तुरंत ही बाहर निकाल लिया जा रहा है और किनारे पर रखा जा रहा है। जब लोग भारी तादाद में प्रतिमाओं को लेकर आए तो फिर उन्हें सीधे ही किनारे पर रखा गया। रात 11:30 बजे हम घर लौटे आए। देर रात एक मित्र ने फोन पर बताया कि जो मूर्तियां नदी किनारे रखी जा रही हैं, उन्हें जेसीबी और बुलडोजर से तोड़ा जा रहा है।
भास्कर का अभियान: दैनिक भास्कर समूह गणेश उत्सव पर हर साल 'मिट्टी के गणेश-घर में ही विसर्जन' अभियान चलाता है। इसका मूल उद्देश्य यही है कि हम अपने तालाब और नदियों को प्रदूषित होने से बचा सकें। इसलिए आप घर या कॉलोनी में कुंड बनाकर विसर्जन करें और उस पवित्र मिट्टी में एक पौधा लगा दें। इससे न सिर्फ ईश्वर का आशीर्वाद, बल्कि उनकी याद भी साल दर साल घर-आंगन में महकती रहेगी। यह पौधा बड़ा होकर पर्यावरण में योगदान देगा। साथ ही घर में नई समृद्ध परंपरा का संचार होगा।
दैनिक भास्कर के अभियान से जुड़ते हुए कई लोगों ने घर में इस बार मिट्टी के गणेश की स्थापना की थी। हमारा मकसद यही था कि हानिकारिक पीओपी के बजाए लोग ईको फ्रेंडली तरीके से मिट्टी के गणेश की प्रतिमा को प्राथमिकता दें।
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग, बड़गाम और श्रीनगर जिले में आतंकियों के साथ तीन अलग-अलग मुठभेड़ हुई। गुरुवार सुबह इन इलाकों में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। पुलिस के मुताबिक, अनंतनाग के दूरु इलाके में एक आतंकी मारा गया। इस दौरान मुठभेड़ में एक जवान शहीद हुआ। तीनों जगहों पर कार्रवाई से पहले इंटरनेट सेवाएं रोकी गईं। इसके बाबजूद भीड़ ने सुरक्षाबलों पर पथराव किया।
आतंकियों के खिलाफ तलाशी अभियान जारी
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दूसरी मुठभेड़ श्रीनगर के पास नूरबाग इलाके में हुई। यहां घर में दो आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। दोनों ओर से
फायरिंग के दौरान घर के मालिक की जान गई, जबकि आतंकी भागकर पास के जंगल में
छिप गए।
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तीसरी मुठभेड़ बड़गाम के चंदूरा इलाके में जारी
है। यहां तीन आतंकी मस्जिद में घुसे हैं। इसके बाद सुरक्षाबलों ने उन्हें
बाहर निकालने के लिए समाज के बुजुर्गों से अपील करने को कहा है। मुठभेड़ के
विरोध में भीड़ ने जवानों पर पथराव किया।
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सोपोर में कल लश्कर कमांडर ढेर हुआ
बुधवार को सोपोर में लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर अबु माज समेत दो आतंकी मारे गए। माज पिछले साल फरवरी में सेना की टुकड़ी पर हुए हमले में शामिल था। इस हमले में मेजर सतीश दहिया शहीद हुए थे। मेजर दहिया सर्जिकल स्ट्राइक का हिस्सा रहे थे।